मध्यप्रदेश में कमलनाथ सरकार का आज आखिरी दिन! ज्योतिरादित्य सिंधिया होंगे भाजपा में शामिल, समर्थक विधायक 12 बजे देंगे इस्तीफा / जीतेन्द्र रिछारिया*   

       भोपाल 10 मार्च। मध्यप्रदेश की राजनीति में सियासी भूचाल अब चरम पर पहुंच चुका है। इसी क्रम में कांग्रेस के दिग्गज नेता व पूर्व केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया की भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित जेपी नड्डा से मुलाकात की खबरें हैं और वे आज दोपहर में भारतीय जनता पार्टी में शामिल होने का ऐलान कर देंगे। वहीं सूत्रों की खबर है कि ज्योतिरादित्य सिंधिया समर्थक लगभग 20 विधायक व मंत्री जो बेंगलुरु में डेरा डाले हुए हैं वे आज दोपहर 12:00 बजे प्रेस कॉन्फ्रेंस कर विधायक पद से अपना इस्तीफा दे देंगे जिससे कमलनाथ सरकार अल्पमत में आ जाएगी और फिर मध्यप्रदेश सरकार का आज आखरी दिन साबित होगा।       वहीं भारतीय जनता पार्टी ने अपने सभी विधायकों को भोपाल तलब किया है और शाम 5:00 बजे भाजपा विधायक  दल की बैठक होने जा रही है जिसमें पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को विधायक दल का नेता चुना जाएगा जिससे उनके मुख्यमंत्री बनने का रास्ता साफ हो जाएगा।   *ज्योतिरादत्य को राज्यसभा भेजकर केंद्र में मंत्री बनाएगी भाजपा*                          भारतीय जनता पार्टी के सूत्रों से जो खबर आ रही है उसके अनुसार मध्यप्रदेश की कमलनाथ सरकार गिराने की स्क्रिप्ट पूरी तरह लिखी जा चुकी है और इसके बदले ज्योतिरादित्य सिंधिया को राज्यसभा सांसद बनाकर केंद्र में मंत्री बनाया जाएगा इस तरह लगभग 14 माह पुरानी मध्य प्रदेश की कमलनाथ सरकार गिर जाएगी और मध्य प्रदेश में दोबारा भारतीय जनता पार्टी सत्ता की बागडोर अपने हाथों में ले लेगी।                              *नाकाम होगी सरकार बचाने की कमलनथ की आखिरी कोशिश*                              वहीं मुख्यमंत्री कमलनाथ ने अपनी सरकार बचाने की आखिरी कवायद के चलते अपने सभी मंत्रियों का इस्तीफा ले लिया है ताकि वे मंत्रिमंडल का पुनर्गठन कर असंतुष्ट विधायकों की नाराजगी दूर कर सकें और उन्हें मंत्री बना सकें। लेकिन राजनीतिक गलियारों में इस बात की चर्चा है कि अब इतनी देर हो चुकी है कि कमलनाथ की आखिरी कोशिश नाकाम साबित होगी। ज्योतिरादित्य सिंधिया पिछले विधानसभा चुनाव के बाद  मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री बनना चाह रहे थे लेकिन कांग्रेस ने उनकी जगह कमलनाथ पर दांव लगाया था और सिंधिया तभी से नाराज चल रहे थे। पिछले कुछ महीनों से ज्योतिरादित्य की नाराजगी की खबरें आती रही हैं और केंद्रीय नेतृत्व ने भी उन्हें समझने में देर कर दी। आज उनके पिता स्वर्गीय माधवराव सिंधिया की 75 वीं जयंती के अवसर पर ज्योतिरादित्य सिंधिया यह बड़ा ऐलान कर देंगे। इसकी भनक लगते ही मध्यप्रदेश की राजनीति में अब तक का सबसे बड़ा सियासी भूचाल आ चुका है। अब देखना है कि होली के दिन मध्यप्रदेश की राजनीति का ऊंट किस करवट बैठता है और आने वाला समय राजनीतिक गलियारों में मध्यप्रदेश की क्या सियासी पटकथा लिखेगा।