सब कुछ लुटने के बाद अब जयपुर भेजे जा रहे कांग्रेस के विधायक / जीतेन्द्र रिछारिया             

                           भोपाल 11 मार्च। मध्यप्रदेश की कमलनाथ सरकार के 22 विधायकों के बागी हो जाने एवं दिग्गज नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया के कांग्रेस छोड़ने के बाद मचे सियासी घमासान के चलते प्रदेश में सरकार बनाने व बचाने की कवायद में जुटी भाजपा व कांग्रेस में शाह एवं मात का खेल जारी है। जहां कल देर रात भारतीय जनता पार्टी ने अपने सभी विधायकों को दिल्ली गुरुग्राम के मानेसर होटल में शिफ्ट कर दिया है वहीं अब सरकार बचाने का दावा करने वाली कांग्रेस अपने बचे विधायकों को लेकर संशय में है और इसी के चलते उन्हें आज भोपाल से जयपुर भेजा जा रहा है।                       आगामी 16 मार्च से मध्यप्रदेश में विधानसभा का सत्र शुरू होने वाला है और आने वाला समय प्रदेश की राजनीति में सियासी उठापटक एवं राजनीतिक अस्थिरता का रहने वाला है। दोनों ही दल प्रदेश में सत्ता पर रहना चाहते हैं और इसी के चलते यह सारी कवायद की जा रही हैं। हालांकि भारतीय जनता पार्टी इस खेल में बहुत आगे निकल गई है और ऐसे में कमलनाथ की सरकार बचना अब नामुमकिन सा दिखाई दे रहा है, क्योंकि भाजपा ने बड़ा दांव खेलते हुए कांग्रेस के दिग्गज नेता व पूर्व केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया को अपने पाले में लेकर प्रदेश की कमलनाथ सरकार को अस्थिर कर दिया है। सिंधिया समर्थक 22 विधायकों ने विधानसभा अध्यक्ष को अपने त्यागपत्र भेज दिए हैं वहीं सिंधिया ने कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया है जिनके आज दोपहर भारतीय जनता पार्टी में शामिल होने के आसार हैं। अब देखना है कि प्रदेश में सत्ता की कवायद में दोनों दलों के बीच मचा सियासी घमासान किस मोड़ पर जाता है और आने वाले समय में मध्यप्रदेश में कौन  सत्तासीन रहता है।