खजुराहो एवं राजनगर क्षेत्र में  20 अप्रैल तक बढ़ाया गया कर्फ्यू, सेंट्रल इंडिया में खजुराहो अकेला शहर जहां एयरपोर्ट होने के बावजूद नहीं है कोरोना पेशेंट / देवेन्द्र चतुर्वेदी 

छतरपुर 14 अप्रैल। मध्यप्रदेश के छतरपुर जिले के राजनगर अनुविभागीय अधिकारी आईएएस स्वप्निल वानखेडे ने जानकारी देते हुए बताया कि  खजुराहो तथा राजनगर, नगर परिषद क्षेत्र में कर्फ्यू  14 अप्रैल की मध्यरात्रि से 20 अप्रैल की मध्यरात्रि तक और बढ़ा दिया गया है l
कर्फ्यू के दौरान किसी भी व्यक्ति के नगर परिषद क्षेत्र से बाहर जाने या किसी भी व्यक्ति के अंदर आने की अनुमति नहीं रहेगी ,एवं किसी भी तरह के आवागमन यातायात रेल ,सड़क एवं वायुयान संचालित नहीं होंगे l
हालांकि कर्फ्यू के दौरान महत्वपूर्ण वस्तुओं के परिवहन हेतु यातायात प्रभावित नहीं किया जाएगा ,उक्त सामानों की आपूर्ति हेतु वाहन संचालित होते रहेंगे ।
कर्फ्यू के दौरान खजुराहो तथा राजनगर नगर परिषद क्षेत्र के अंतर्गत सभी शासकीय एवं अर्ध शासकीय कार्यालय पूर्णता बंद रहेंगे सिर्फ राजस्व विभाग, पुलिस, स्वास्थ्य एवं नगर परिषद के कार्यालय खुले रहेंगे एवं बैंकों का कामकाज भी पूर्व की तरह संचालित होगा l
लोगों को अपने आवश्यकता की चीजें होम डिलीवरी के माध्यम से मंगानी होंगी, दूध वितरण का कार्य भी कर्मचारियों के माध्यम से होगा तथा जो भी व्यक्ति दूध लेने जाता है वह पैदल ही जाएगा वाहन का उपयोग प्रतिबंधित है, खजुराहो तथा राजनगर की सीमाएं सील कर दी गई हैं लोगों को घर में रहने की सलाह दी गई है किसी भी तरह से कोई भी व्यक्ति अपने घरों से बाहर ना निकले l हालांकि यह सोचा जा रहा था कि संभवत खजुराहो तथा राजनगर नगर परिषद क्षेत्र से किसी भी तरह की कोई कोरोनावायरस से पॉजिटिव ना मिलने से यहां पर कर्फ्यू हटा लिया जाएगा, लेकिन आईएएस अनुविभागीय अधिकारी स्वप्निल बनखेड़े  के द्वारा आदेशित उक्त आदेश के बाद लोगों को अभी और कुछ दिन कर्फ्यू के चलते घरों पर ही रहना पड़ेगा। साथ ही उन्होंने बताया कि खजुराहो भारत का एकमात्र ऐसा कस्बा है जहां पर एअरपोर्ट होने के बावजूद भी कोई भी कोरोनावायरस पॉजिटिव या संदिग्ध व्यक्ति अभी तक नहीं पाया गया है जो कि हमारे क्षेत्र के लिए गौरव की बात है परंतु सभी को सतर्क रहने की आवश्यकता है साथ ही उन्होंने बताया कि
खजुराहो में लॉग डाउन के समय प्रशासन के संज्ञान में 33 विदेशी थे उसमें से अभी तक 18 विदेशियों को वापस भेजा जा चुका है और 15 विदेशी अभी खजुराहो में रुके हुए हैं, जिन्हें एंबेसी से सूचना प्राप्त होने के बाद भेजा जाएगा।
जिन 18 विदेशियों को वापस भेजा गया है उसमें से 9 बेल्जियम, तीन फ्रांस, दो यूनाइटेड किंगडम, एक अमेरिका, एक रसिया, एक इटली और एक पोलैंड के थे। बाकी के 15 विदेशियों को एंबेसी से सूचना प्राप्त होने के बाद भेजा जाएगा।