कोरोना टेस्ट कराने के डर से पीएमजीएसवाई महाप्रबंधक भोपाल से छतरपुर भागे / विनोद अग्रवाल

 


छतरपुर। जिले के प्रधानमंत्री सड़क योजना के महाप्रबंधक एफजे खान और उनके सहायक यंत्री गोयल  भोपाल से बिना बताए छतरपुर की सीमा में प्रवेश कर अपने घरों में आ गए हैं। इन दोनों अधिकारियों ने न तो जिला प्रशासन को आने की सूचना दी और न ही किसी प्रकार का टेस्ट कराया। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार महाप्रबंधक एफजे खान का भोपाल में कुछ जमातियों से संबंध था। जमातियों की पकड़ होने पर महाप्रबंधक भोपाल से भागकर छतरपुर अपने घर ग्रीन एवेन्यु में छुपा बैठा है। कुछ पत्रकारों  ने कार्यालय में जाकर महाप्रबंधक की जानकारी एकत्रित की तो पता चला कि वह घर से कार्यालय में ही नहीं आ रहे हैं। इस संबंध की शिकायत छतरपुर के अपर कलेक्टर प्रेम सिंह को कुछ जागरुक पत्रकारों ने कर दी है। अपर कलेक्टर ने भी अपने अधीनस्थ अधिकारियों को यह निर्देश दिए हैं कि इन दोनों अधिकारियों की मेडिकल जांच कराई जाए। ऐसा न हो कि छतरपुर में भोपाल से आया कोरोना फैल जाए। कलेक्टर की कड़ी मेहनत पर यह महाप्रबंधक पानी फेरने में तुला हुआ है। विभाग के कुछ लोगों का कहना है कि महाप्रबंधक छतरपुर जिले में रहते ही नहीं हैं। किसी दबिश के कारण उन्हें जबरन में भोपाल से भागकर छतरपुर आना पड़ा। एफके खान से दूरभाष पर चर्चा करने का प्रयास किया परंतु उन्होंने डर के मारे फोन नहीं उठाया। फिलहाल छतरपुर शहर में महाप्रबंधक के घर में घुसे रहने की चर्चा काफी जारों से चल रही है। ग्रीन एवेन्यु कॉलोनी के लोग भी संकट में हैं और पूरी कॉलोनी की सोसायटी मेंं एक ही चर्चा चल रही है कि लॉकडाउन के दौरान भोपाल से महाप्रबंधक छतरपुर कैसे आए और घर में आखिर क्यों छुपे बैठे हैं। जिले के अधिकारियों का ध्यान आपेक्षित। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार एफजे खान टीकमगढ़ जिले का भी अतिरिक्त प्रभार लिए हुए हैं। मजेदार बात ये है कि लॉकडाउन के दौरान एफजे खान दो दो जिले का प्रभार देख रहे हैं। इसकी शिकायत अपर मुख्य सचिव पंचायत ग्रामीण विभाग मनोज श्रीवास्तव से की गई है। संभवत: एक दो दिन में शासन से जांच शुरु हो सकती है।