छतरपुर 13 अप्रैल। पूरे देश सहित राज्य में लॉकडाउन घोषित होने के बाद शराब की बिक्री प्रतिबंधित है। छतरपुर जिले की पूरी सीमाएं सील है। दूसरे राज्य से आने वाले व्यक्तियों पर पाबंदी लगा दी गई है। वही लॉक डाउन के दौरान अवैध शराब कारोबारियों की दुकान खुली नजर आ रही है और धड़ल्ले से यह दुकान चल भी रही है।
जिले में अवैध शराब का कारोबार धड़ल्ले से चल रहा है। लॉक डाउन के बाद भी लोगों को आसानी से शराब उपलब्ध हो रही है । शराब की कीमत में उछाल है। 80 का शराब सीधे 250 में मिल रहा है। शराब प्रेमियों को पैसे से कोई लेना-देना नहीं। उन्हें शराब पीने से मतलब है, चाहे वह 80 का शराब हो या 400 का बंपर, चाहे वह ब्लैक में मिले । लॉक डाउन के बाद भी लोगों को शराब उपलब्ध हो पा रही है यह प्रशासन पर एक बड़ा प्रश्न चिन्ह लगा रहा है।
आखिर यह शराब कहां से आ रही है? जब इसकी पड़ताल की गई तो सूत्रों से पता चला कि. पूरे शहर में ब्लैकरों का जाल शराब ठेकेदारों ने फैलाया हुआ है जिससे हर गली मोहल्ले में आसानी से महँगे दामों पर शराब बेंची जा रही है सूत्र तो यह भी बता रहे हैं कि इसमें कुछ अधिकारियों का भी हाथ होने की संभावना से इंकार नही किया जा सकता है। क्योंकि बिना अधिकारियों की मदद से यह शराब जिले में नहीं पहुंच सकती। महोबा रोड पर संचालित आबकारी वेयर हाउस में कार्यरत एक कर्मचारी ने नाम ना छापने की शर्त पर बताया कि वेयर हाउस से किराने के सामान के साथ छोटा हाथी और टाटा 407 से अवैध शराब शहर और ग्रामीण कस्बों में भेजी जा रही है।