नौगांव में कहर बनकर बरपा तूफान और ओलावृष्टि, सैकड़ों पक्षियों की गई जान, तबाही के मंजर से भारी नुकसान    

         छतरपुर 29 अप्रैल। जहां एक तरफ समूचे विश्व को इन दिनों  कोरोना महामारी ने ग्रसित कर रखा है वही आज सुबह 4:30 बजे मध्य प्रदेश के छतरपुर जिले की नौगांव तहसील और उसके आसपास के क्षेत्रों में प्रकृति ने तबाही का ऐसा मंजर दिखाया कि  सैकड़ों पक्षियों की जान चली गई। भयंकर ओलावृष्टि के कारण सैकड़ों तोते अपनी जान गंवा बैठे, वही भीषण चक्रवर्ती तूफान के साथ ओलावृष्टि ने लोगों के घर, पशु, पक्षी, मंदिर, मस्जिद, गुरुद्वारा, चर्च, पेड़-पौधे, टावर  आदि उखाड़ दिए। लगभग 30 मिनट तक प्रकृति की तूफानी मार ने न जाने कितने आशियानों को उजाड़ दिया। किसानों के लिए भी यह तूफान तबाही लेकर आया और उनकी फसलें पूरी तरह चौपट हो गई।                                  नोगांव के लोग बताते हैं कि उन्होंने तूफान व ओलावृष्टि का ऐसा मंजर पहले कभी नहीं देखा। तस्वीरें बयां करती हैं कि नौगांव और उसके आसपास के क्षेत्रों में 30 मिनट का वह चक्रवाती तूफान सब कुछ उजाड़ कर ले गया। आज तड़के 4:30 बजे हुई तेज बारिश और आंधी -  तूफान के साथ भारी ओलावृष्टि एवं बारिश से पूरा नगर तहस-नहस हो गया। ऐसी आंधी चली कि पेड़ पौधों से लेकर बड़े-बड़े टावर व मकान तक धराशाई हो गए इस आंधी में सबसे ज्यादा मार पक्षियों को पड़ी और सैकड़ों तोतों की जान चली गई, सैकड़ों पक्षियों को घायल हुआ तड़पते देखा गया। तस्वीरों में साफ दिखाई दे रहा है कि किस तरीके से पेड़ों के आस पास मृत पड़े पड़े हैं वहीं घायल पक्षियों को लोग अपने घरों में ले गए ताकि उनका इलाज कर उन्हें जीवनदान दे सकें।                          कुदरत के कहर के आगे फीके पड़े इंसान ने इस घटना को देखने के लिए पूरे नगर के लोगों को इकट्ठा कर दिया। तबाही के मंजर में न lockdown का असर दिखा और ना ही सोशल डिस्टेंसिंग का।  व्यवस्था एवं राहत व बचाव कार्य को यहां के लोगों ने सबसे पहले तुरंत अपने हाथों में लिया और जिससे जो बन पड़ा उस में जुट गए। इस तूफान केे चलते नोगांव की बिजली व्यवस्था भी पूरी तरह से ठप हो गई और समाचार लिखे जाने तक नोगांव में बिजली नहीं आ सकी थी।                                   नौगांव में ब्रिटिश काल में निर्मित गगनचुंबी चर्च जो यहां की शान हुआ करती है उसकी छत के खप्परों को मिनटों में ही हवा तांश के पत्तों की तरह उड़ा ले गई जो मैदान में दूर-दूर तक बिखरे नजर आए। इसके चलते चर्च के अंदर पानी भरने व ओले गिरने से वहां रखे मशीह ग्रंथ बेंचेज, कारपेट, साउंड सिस्टम आदि सभी बर्बाद हो गए जिसकी सूचना आधिपत्य वाले आर्मी कार्यालय को दी गई लेकिन किसी ने इसकी सुध नहीं ली। काफी इंतजार करने के बाद मसीह समाज के लोगों द्वारा जाकर साफ सफाई की गई तो वही बुंदेलखंड मशीह मित्र समाज नौगांव सिटी चर्च के अध्यक्ष मनीष मोजस ने मसीह समाज के सभी युवाओं से चर्च की पवित्रता और सफाई हेतु सहयोग प्रदान करने की अपील की।                         सुबह होते ही प्रशासन को जब इसकी भनक लगी तो जिला प्रशासन चौकन्ना हो गया और छतरपुर से साथ ही नौगांव अनुविभाग के सभी अधिकारी व कर्मचारी मुस्तैदी के साथ राहत व बचाव कार्य में जुट गए। कलेक्टर ने सभी राजस्व अधिकारियों को निर्देश दिए कि वह जाकर किसानों को हुए नुकसान एवं आम जनों को हुई आर्थिक हानि का जायजा लेकर रिपोर्ट दें। कुल मिलाकर नौगांव में चक्रवाती तूफान, बारिश व ओलावृष्टि के इस तबाही भरे मंजर ने सबको चौंका दिया और नोगांव के लोगों के लिए यह एक कभी न भूलने वाली घटना बन गई।