छतरपुर। मप्र शासन ने 22 अप्रैल से सभी जिले में 10वीं, 12वीं परीक्षा की कॉपियों का मूल्याकंन शुरु करने के निर्देश जारी किए हैं। माध्यमिक शिक्षा मंडल के सचिव के द्वारा निर्देश दिए गए हैं कि जहां ग्रीन जोन घोषित किया है उस जिले के कलेक्टर अपनी राय के अनुसार मूल्याकंन का कार्य शुरु करा सकते हैं। मप्र के अन्य जिलों में सभी कलेक्टरों ने मूल्याकंन का कार्य शिक्षकों के गृह में कराने का निर्णय लिया है। परंतु छतरपुर जिला एक मात्र ऐसा जिला है जहां पर कलेक्टर ने उत्कृष्ट विद्यालय क्रमांक 1 छतरपुर में मूल्याकंन कार्य कराने के लिए अधिकृत किया है। इस विद्यालय को अभी तक सेनेटाइजर नहीं किया गया है। आज आने वाले विद्यालय में शिक्षकों का जमावड़ा होगा। जिससे सोशल डिस्टेंसिंग और लॉकडाउन की धज्जियां उड़ेगी। वहीं दूर दराज क्षेत्रों से आने वाले टीचरों के पास मास्क हैं या नहीं है इसकी जिम्मेदारी कौन लेगा। यदि कोई एक भी पेसेंट पॉजीटिव मिल गया तो कलेक्टर की मेहनत पर पूरा पानी फिर जाएगा। अत: लोगों का कहना है कि यह मूल्याकंन कार्य शिक्षकों के घरों से ही कराया जाए। अनावश्यक भीड़ न जोड़ी जाए।