छतरपुर 13 अप्रैल। छतरपुर जिले के इकलौते भाजपा विधायक राजेश प्रजापति (चंदला) ने पत्रकारों से चर्चा कर बताया कि छतरपुर कलेक्टर शीलेन्द्र सिंह और महिला बाल विकास के कार्यक्रम अधिकारी संजय जैन द्वारा शासन के आदेशों की धज्जियां उडाते हुए पोषण आहार में लाखों रूपये के घोटाले किए जाने की गुपचुप तरीके से तैयारियां कर ली हैं और जिला कार्यक्रम अधिकारी संजय जैन ने अपने चहेते स्वसहायता समूहों को पोषण आहार वितरण का काम कलेक्टर को गुमराह कर दिलवा दिया है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार जिले में 25 तारीख से लॉक डाउन लागू हो गया था उस समय प्रदेश के मुख्यमंत्री ने दिनांक 27 मार्च को शासन द्वारा आदेश जारी किए गए थे कि कुपोषित बच्चों एवं गर्भवती महिलाओं को लॉक डाउन के दौरान सत्तू की सप्लाई की जाए। लेकिन कलेक्टर ने शासन के आदेश को ठेंगा दिखाते हुए 14 दिन बाद शासन के आदेश का हवाला देकर दो आदेश जारी किए जिसमें उल्लेख किया गयाहै कि कुपोषित बच्चों को प्रति दिवस 200 ग्राम सत्तू, तीन सप्ताह के लिए यानि 3 किलो 600 ग्राम दिया जाए। इसी प्रकार कुपोषित महिलाओं के लिए 250 ग्राम के हिसाब से तीन सप्ताह के लिए 4 किलो 500 ग्राम दिया जाए। इस व्यवस्था को अभी तक पूरे जिले में लागू नहीं किया गया है केवल शहरी क्षेत्रों में आज से ही सत्तू का वितरण कुछ समूहों द्वारा बांटना शुरू किया गया है। मजेदार बात यह है कि पूर्व में पूरे जिले में 1200 समूह आंगनबाडी केन्द्रों में पोषण आहार का काम कर रहे थे इन समूहों को लॉक डाउन के चलते आगामी आदेश तक पोषण आहार वितरण करने पर जिला कार्यक्रम अधिकारी द्वारा रोक लगा दी थी। जब इसकी शिकायत चंदला विधायक राजेश प्रजापति ने मुख्यमंत्री से की तो आनन फानन में संजय जैन द्वारा अपने चहेते 13 समूहों को पोषण आहार वितरण का काम देने के लिए अधिकृत किया गया है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार संजय जैन ने जिले की 13 परियोजनाओं के अधिकारियों को भी धमकाकर उनसे लिखवा लिया है कि स्वसहायता समूह लॉक डाउन में पोषण आहार वितरित करने में सक्षम नहीं हैं जिले में दो हजार 58 आंगनबाड़ी केन्द्र हैं तथा जिले में 13 परियोजनाएं संचालित हो रही हैं। जिले में कुपोषित बच्चों की संख्या लगभग 3 लाख बताई गई है। परंतु इन कुपोषित बच्चों और कुपोषित महिलाओं को लॉकडाउन के दौरान शासन द्वारा निर्धारित सत्तू का वितरण नहीं किया गया है। अब जबकि 15 दिन बीत चुके हैं अब जिला प्रशासन जागा और आदेश जारी कर सत्तू वितरण का कार्य कुछ चहेते लोगों केा दिया गया है। एक परियोजना अधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि इस सत्तू वितरण में अब घोटाला किया जाएगा और पूर्व में जो 14 दिन सत्तू का वितरण नहीं किया गया है उसके फर्जी बिल बनाकर करोड़ों रुपए का घोटाला कर यह राशि बंदरबांट की जाएगी। हालांकि छतरपुर शहरी परियोजना के 85 केन्द्रों पर सत्तू का वितरण रुचि महिला मंडल द्वारा शुरु कर दिया गया है। इस संबंध में जिला कार्यक्रम अधिकारी संजय जैन से दूरभाष पर चर्चा हुई तो उन्होंने कहा कि कलेक्टर के निर्देश पर सभी समूहों को सत्तू बांटने के लिए आदेश जारी कर दिए गए हैं जो भी सक्षम स्व सहायता समूह है वह अपने आंगनबाड़ी केन्द्रों पर सत्तू का वितरण कर सकते हैं। फिलहाल छतरपुर जिले में पोषण आहार वितरण को लेकर विभिन्न प्रकार की चर्चाएं चल रही हैं। वहीं दूसरी ओर भाजपा के विधायक राजेश प्रजापति ने महिला बाल विकास कार्यक्रम अधिकारी संजय जैन पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगाए हैं और उन्हें तत्काल छतरपुर से हटाए जाने की मांग की है। प्रजापति ने बताया कि संजय जैन का स्थानान्तरण हो चुका था परंतु भ्रष्टाचार और अपने पैसे के बल पर पुन: छतरपुर में पदस्थ हुए हैं। विधायक ने यह भी आरोप लगाया कि यदि समय रहते जिला कलेक्टर नहीं चेते तो लॉकडाउन के बाद पोषण आहर वितरण को लेकर मुख्यमंत्री से शिकायत की जाएगी और घोटाले का पूरा चि_ा उजागर किया जाएगा। हालांकि छतरपुर कलेक्टर ने पोषण आहार की जांच के आदेश अपर कलेक्टर प्रेम सिंह चौहान को सौंप दिए हैं।