भारी संशय के बाद अंततः मध्य प्रदेश में 17 मई तक नहीं खुलेंगी शराब की दुकानें, मदिरा प्रेमी निराश


छतरपुर 03 मई। मध्यप्रदेश में शराब दुकाने खोलने को लेकर 2 दिन से जारी भारी संशय के बीच बार-बार आदेश बदले जा रहे हैं। केंद्र सरकार की हरी झंडी मिलने के बाद जहां पहले ग्रीन जोन में शराब दुकाने खोलने का निर्णय लिया गया वही बाद में पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ व सोशल मीडिया पर चले दबाव के चलते शिवराज सरकार ने ऐन वक्त पर मध्य प्रदेश की शराब दुकानों को आगामी 17 मई तक नहीं खोलने का निर्णय लिया है। इसी बीच सुबह पहले आबकारी आयुक्त का पत्र सभी कलेक्टरों को आया जिसमें प्रदेश में शराब दुकानें खोलने का आदेश दिया गया तो आनन-फानन में जिला कलेक्टरों ने शराब की दुकानें खोलने का आदेश जारी कर दिया वही शाम होते-होते शिवराज सरकार के फैसले के बाद दोबारा आदेश जारी किए गए जिनमें शराब दुकानें नहीं खोलने के निर्णय से अवगत कराया गया
। इस तरह भारी कशमकश व असमंजस के बीच बार-बार बदलाव के बाद शराब दुकानें आगामी 17 मई तक मध्य प्रदेश में बंद रखने का निर्णय लिया गया।                                छतरपुर कलेक्टर ने आज दिनांक 3/5/2020 को पहले एक आदेश निकाला जिसमें यह उल्लेख किया कि शराब की दुकानें सुबह 10 बजे से शाम 6 बजे तक खुलेंगी परंतु देर रात को पुन: एक आदेश निकाला जिसमें उल्लेख किया गया है कि देशी विदेशी मदिरा की दुकानें आगामी आदेश तक प्रतिबंधित रहेंगी। कुल मिलाकर कलेक्टर भी संशय में है कि शराब की दुकानें खुलेगी कि नहीं। प्रदेश भर के ठेकेदार लामबंद हो गए हैं और वह नहीं चाहते हैं कि शराब की दुकानें खुले और सरकार पर लगातार दबाव बनाए हुए हैं। प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने ग्रीन जोन में शराब खोलने की अनुमति प्रदान कर दी थी परंतु शराब ठेकेदारों के दबाव और प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के पत्रकारवार्ता में शराब की दुकान खोलने का हवाला देने से आखिरकार सरकार को झुकना पड़ा और देर रात को कलेक्टर ने अपने आदेश को मात्र 3 घंटे में बदलकर दुकानें बंद करने के आदेश जारी किए। मजेदार बात ये है कि पूरे दिन चली शराब की दुकानों की चर्चा रात को लॉकडाउन में बंद हो गई और एक बार फिर मदिरा प्रेमियों को निराश होना पड़ा।